वो मझधार ही थी न जिसमे तुमने मुझे छोड़ा था ,
इतना तो सोच लेती मैं कैसे उससे पार आता ?
वो अदा ही थी न जिसमे तुमने मुझे तोडा था ,
इतना तो सोच लेती मैं कैसे खुद को जोड़ता ?
वो बेवफाई ही थी न जिसके भरोसे मुझे छोड़ा था ,
इतना तो सोच लेती मैं उसे सह सकता था ?
वो निर्दई तुम ही थी न जिसने मेरा प्यार ठुकराया था ,
इतना तो सोच लेती क्या किसी और से कर पाता ?
वो बेदर्द तुम ही थी न जिसने मुझे दर्दीला बनाया था ,
इतना तो सोच लेती क्या मैं इस लायक था ?
........ मनु .....
इतना तो सोच लेती मैं कैसे उससे पार आता ?
वो अदा ही थी न जिसमे तुमने मुझे तोडा था ,
इतना तो सोच लेती मैं कैसे खुद को जोड़ता ?
वो बेवफाई ही थी न जिसके भरोसे मुझे छोड़ा था ,
इतना तो सोच लेती मैं उसे सह सकता था ?
वो निर्दई तुम ही थी न जिसने मेरा प्यार ठुकराया था ,
इतना तो सोच लेती क्या किसी और से कर पाता ?
वो बेदर्द तुम ही थी न जिसने मुझे दर्दीला बनाया था ,
इतना तो सोच लेती क्या मैं इस लायक था ?
........ मनु .....