Tuesday, January 11, 2011

" प्यार का अहसास "

कहतें है- "प्यार के अहसास को जिसने समझ लिया उसने इस दुनिया की आत्मा का दीदार कर लिया !" सच भी है न हमारे दिल में प्यार है तो कोई भी कम कठिन नहीं होता ! हमारी सोच भी सकारात्मक बनी रहती है ! मन भी खुश - खुश रहता है ! हर चीज अच्छी लगती है , हर काम  में मन लगता है ! मगर आजकल प्यार का मतलब लोग इस बात को ले कर लगातें है कि ' हम किसी से प्यार करतें है !' जबकि प्यार का मतलब केवल इससे पूरा नहीं होता न ! प्यार का मतलब है कि हम अपने आप से प्यार करें , अपने आप से प्यार करने से मन खुश रहता है ! अपनी वाणी में प्यारे - प्यारे शब्दों का इस्तेमाल करें ! सबके साथ प्यार भरा व्यवहार करें ! अर्थात जब भी हम किसी से बातें करें उसमे अपशब्द न हों ...कोई ऐसे शब्द न हों जिससे सुनने वाले के मन को कोई ठेस पहुंचे !
अगर हम प्यार के इस मतलब को समझ जायेंगें तो हमे हर चीज अच्छी लगेगी और हमसे सब खुश रहा करेंगे ! शायद हर कोई चाहता है न कि सब उससे खुश रहें ...उनसे प्यार करें ..! है न ! तो फिर शुरू करें प्यार के इस स्वरुप को शामिल करने की कोशिश अपने व्यक्तित्व में ...!!!


" - ... मनु "

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