Sunday, January 16, 2011

" बर्फ से बनी कुछ कलाकृतियाँ "


" कल्पना की उडान की सीमा नहीं होती , वह समय , काल और माध्यमों से नहीं बांधी जा सकती ! न ही किसी देश की सीमा ही उसे बांध सकती है ! कलाकार की कल्पना , फूलों की खुशबू , पंछियों की उडान , प्रकृति का सौंदर्य , लहराते सागर की लहरें ...हमेशा मन को अच्छी लगतीं है न ..! बस इसी कड़ी में मेरे इस संग्रह में " चीन में हर साल बर्फ से कलाकार अपनी कल्पना को आकार देतें हैं , भले गर्मी आते - आते यह कलाकृतियाँ विलुप्त हो जातीं हैं पर उनकी कला जिन्दा रह जाती है ...हमेशा के लिए मानव मन में ! हाँ मानव मन अपने मन को अच्छी लगने वाली हर चीज को यादगार बना कर रखना चाहता है , और वो इसे या तो लिख कर , चित्र बना कर , या फोटो खींच कर अपने पास रख लेता है ! यह तरीका चिरंतन कल से चला आ रहा रहा है न ..! हमारे मन में भी कलाकार छुपा होता है पर हम अपने जीवन की आपा - धापी में उसे पहचान नहीं पाते ? और धीरे - धीरे वह धुंधली होती जाती है और जीवन नीरस होने लगता है ? मन को बचाना चाहिए न ऐसे नीरसपन से ..! अब कोई जरूरी नहीं कि हम कलाकार  नहीं हैं , अगर हमे जो अच्छा लगता है उसे या तो हम लिख ले , या फोटो खींच ले अगर यह नहीं कर सकते तो जिसने लिखने या फोटो खीच कर कलाकृतियों को जीवित रखा है , उसे संगृहीत कर लें ! इसी से मन प्रसन्न रहता है और नीरसपन से दूर रहता है ! प्रस्तुत हैं बर्फ से बनाई कुछ कलाकृतियों की तस्वीरें ..!!!"




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