Wednesday, December 15, 2010

" उमंग "

"मन  की उमंगो  को  बहने  दो  समुन्द्र  की  तरह ,
रिश्तों  को  चमकने  दो  चांदनी  की  तरह  !
क्या  मालूम  कब  अपना  हो  जाये  कोई  परछाई की  तरह ,
दिल  को  मुस्कुराने  दो  खिलते  फूलों   की  तरह  !!"

" - .. मनु "

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