कभी अकेले में हंस लेते थे -
तो तुम्हे दिखता नहीं था !
हमेशा याद करते रहते थे -
तुम्हे महसूस नहीं होता था !
तुममे अपने को देखते थे -
तुम्हे पता नहीं चलता था !
न मिलने पर उदास होते थे -
तुम्हे हसीं बहाना लगता था !
तुम्हारी तारीफ करते थे -
तुम्हे हसीं मजाक लगता था !
हम तुमपे विश्वास करते थे -
तुम्हे इसपे भी विश्वास नहीं था !
हम तो तुम्हे प्यार करते थे -
तुम्हे ही हमपे एतबार नहीं था !
खुश रहो सदा ये हम सोचते थे -
तुम्हे परेशां करने में मज़ा आता था !
जब अपने आप से टूट रहे थे -
तुम्हे इसे भी मजाक माना था !
याद है वो शब्द जो तुमने कहे थे -
तुमने हमसे प्यार नहीं मजाक किया था ? "
तो तुम्हे दिखता नहीं था !
हमेशा याद करते रहते थे -
तुम्हे महसूस नहीं होता था !
तुममे अपने को देखते थे -
तुम्हे पता नहीं चलता था !
न मिलने पर उदास होते थे -
तुम्हे हसीं बहाना लगता था !
तुम्हारी तारीफ करते थे -
तुम्हे हसीं मजाक लगता था !
हम तुमपे विश्वास करते थे -
तुम्हे इसपे भी विश्वास नहीं था !
हम तो तुम्हे प्यार करते थे -
तुम्हे ही हमपे एतबार नहीं था !
खुश रहो सदा ये हम सोचते थे -
तुम्हे परेशां करने में मज़ा आता था !
जब अपने आप से टूट रहे थे -
तुम्हे इसे भी मजाक माना था !
याद है वो शब्द जो तुमने कहे थे -
तुमने हमसे प्यार नहीं मजाक किया था ? "
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