Monday, March 21, 2011

अपने में वो अपनापन

" प्यार से छलका करतीं थीं आँखे तुम्हारी ,
मैं उनमे खो भूल जाता था अपना अकेलापन !
मीठे अहसास से महकातीं थी आँखे तुम्हारी ,
मैं उनमे खो भूल जाता था अपना बेगानापन !
सिर्फ याद है अब था मैं आँखों में तुम्हारी ,
मैं अब भूल जाता हूँ अपने में वो अपनापन !!"


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