Monday, March 21, 2011

भोली मासूम सी मुस्कराहट




" भोली मासूम सी मुस्कराहट तुम्हारी ऐसी ,
जैसे प्रकृति मुस्काती है फूलों में !
चंचल, नाजुक, कोमल मुस्कान तुम्हारी ऐसी ,
जैसे बहारें बिखेरें खुशियाँ जग में !!"

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