Sunday, March 13, 2011

मन चाहता है

" मन चाहता है बन बादल मैं ,
घूमूं इधर उधर , जहाँ भी चाहूँ!
मन चाहता है बन सागर मैं ,
मचलूं  यहाँ -वहां , जहाँ भी चाहूँ !
मन चाहता है बन महक मैं ,
महका दूँ दिल जहाँ ,जहाँ भी चाहूँ !!"

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