Saturday, February 19, 2011

कोई नाम न दो !!





दिल की चाहत को
कोई नाम न दो ..,
इसे चाहत ही रहने दो
मिलने का बहाना  न दो !
क्या करेंगी बहारें इसे रंगीन ,
क्या महकयेंगीं इसे
फूलों की मुस्कान ,?
यह तो ऐसा जज्बा है ..
जिस पर किसी का
कोई बस भी तो नहीं ..!!

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