Sunday, February 13, 2011

प्यार करने का कोई सलीका नहीं होता ,
वफ़ा निभाहने का कोई तरीका नहीं होता !
प्यार तो वो है जो आँखों से दिल में उतरे ,
अहसास दिलाये कोई प्यार का कैसे ? ऐसा नहीं होता !
जो राज़ - ऐ - दिल कहना हो सनम से ,
ख़त ही लिखा जाये ये जरूरी नहीं होता !!

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