Saturday, February 12, 2011

" आँखें तेरी "

 महकती आँखे तेरी मदहोश करतीं हैं क्यों मुझे ?
सागर सी तेरी आँखे जगतीं हैं मुझमे देख मुझे !
तेरी आँखे दीवाना सा बनातीं है क्यों मुझे ?
अहसास भरी तेरी आँखें सब कह देतीं हैं मुझे !!
प्यार में डूबी तेरी ऑंखें मुस्काती क्यों हैं देख मुझे ?
फितरत भरी तेरी आँखें धड़का  - सी जातीं हैं मुझे  !!!"

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