Monday, February 14, 2011

मुस्कान तुम्हारी



झील सी आँखे तुम्हारी ,
देखूं अपनी परछाई उनमे !
प्यारी सी बातें हैं तुम्हारी ,
सुनूँ अपना नाम उनमे !
मोहक हैं अदाए तुम्हारी ,
 अपनापा भूले उनमे !
मधुर मुस्कान है तुम्हारी ,
दुख भूले स्वयं उनमे !!

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